धार्मिक

विक्रम संवत 2080 - नव संवत्सर का पौराणिक महत्व

हिंदू-नववर्ष

कब मनाया जाता है हिंदू नव वर्ष

नव वर्ष का उत्सव विश्व के प्रत्येक समुदाय में मनाया जाता है। सभी का तरीका भिन्न भिन्न हो सकता है किंतु, हर्षोलास समान होता है। हिंदू संस्कृति में नव वर्ष का शुभारंभ चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से माना जाता है

विक्रम संवत नाम क्यों पढ़ा ?

इसे नव संवत्सर या विक्रम संवत भी कहा जाता है। यहां नव संवत्सर का अर्थ नए वर्ष से तथा विक्रम संवत का अर्थ महाराजा विक्रमादित्य के समय से है।

नव वर्ष का महत्व

माना जाता है कि, ब्रह्मा जी ने इसी दिन सृष्टि की रचना की थी तथा देवताओं को सृष्टि के संचालन का दायित्व सौंपा था। हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार सतयुग का प्रारंभ चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि से ही हुआ था। दशावतार में से प्रथम मत्स्यावतार भी इसी तिथि को माना जाता है।

हिंदू-नववर्ष

इस बार के नव संवत्सर का नाम क्या है ?

हिंदू शास्त्रों के अनुसार प्रत्येक संवत्सर का एक नाम होता है। इस वर्ष नव संवत्सर 2080 का नाम 'नल' है। इस वर्ष के राजा बुध तथा मंत्री शुक्र ग्रह हैं। ये दोनों ग्रह, मित्र ग्रह होने के कारण यह वर्ष सभी के लिए शुभ रहेगा।

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